How Can You Teach Your Kids To Be Good Friends?: हम सब जानते हैं कि अगर अच्छे और ईमानदार दोस्त हमारी ज़िंदगी का हिस्सा हों तो ज़िंदगी अच्छी गुज़रती है। कोई भी मुसीबत आये लाइफ में हमें पता रहता है कि हमारे दोस्त संभाल लेंगे।
ऐसे बताएं अपने बच्चे को अच्छे दोस्त बनने का तरीका
जब हमारे बच्चे बचपन से ही अच्छे दोस्त बनाना सीखे लेंगे तो आगे चल कर वही दोस्त उनके काम आएंगे और वे नए दोस्त भी बना पाएंगे। उन्हें शुरू से ही अच्छे दोस्तों की लाइफ में इम्पोर्टेंस का पता चलेगा। इसके लिए ज़रूरी है कि हम उन्हें बताएं कि वे अच्छे दोस्त के रूप में कैसे खुद को इम्प्रूव कर सकते हैं और अच्छी फ्रेंडशिप्स कायम कर सकते हैं। आइये जानते हैं कि किस तरह हम अपने बच्चों को अच्छे दोस्त के रूप में तैयार कर सकते हैं।
1. उन्हें दोस्त बनाने दें
अपने बच्चे को नए दोस्त बनाने दें और उनके साथ घुलने-मिलने दें। जब भी किसी पार्टी या इवेंट में जाएँ तो उन्हें नए फ्रेंड्स बनाने के लिए प्रेरित करें। जब वे अपने दोस्तों के साथ एक्टिविटीज़ करेंगे और उनके साथ इन्वॉल्व होंगे तो उन्हें धीरे-धीरे फ्रेंडशिप का असल मीनिंग समझ में आता जाएगा।
2. दोस्तों के साथ समय बिताने दें
अपने बच्चे को दोस्तों के साथ खेलने या फिर कोई एक्टिविटी करने के लिए समय दें। आप उनके फ्रेंड्स को अपने घर पर इन्वाइट कर सकती हैं या जब वे आपके बच्चे को इन्वाइट करें तो उन्हें जाने दें। इस तरह से आप भी उनके दोस्तों को जान पाएंगी और वे खुद भी अपने दोस्तों को समझ पाएंगे।
3. दूसरों की मदद करना सिखाएं
दोस्ती में एक दूसरे कि मदद करना बहुत ज़रूरी है और यह बात आपको अपने बच्चो को सीखनी पड़ेगी। दोस्ती एक दूसरे की मदद करने, एक दूसरे के साथ अपनी चीज़ें शेयर करने और उनके साथ ईमानदार रहने में होती है। जब आपका बच्चा ये चीज़े समझनी शुरू करेगा तब वह अच्छा दोस्त बनने की तरफ एक कदम चलेगा।
4. फ्रेंडशिप के फायदों से रूबरू करवाएं
अपने बच्चे को अच्छी दोस्ती के फायदे बताएं कि इसमें शेयरिंग, केयरिंग और एक दूसरे की बात को सुनना और समझना होता है। आप बताएं कि जब उनके पास अच्छे दोस्त होंगे तो वे कभी अकेला महसूस नहीं करेंगे। उन्हें यह समझाना भी ज़रूरी है कि जब उनके दोस्त को उनकी ज़रूरत होगी तो उन्हें भी उसके लिए तैयार रहना पड़ेगा।
5. अच्छी फ्रेंडशिप वाली किताबें
अपने बच्चे को आप अच्छी फ्रेंडशिप स्टोरीज सुनांयें और ऐसी किताबें भी लाकर दें ताकि वे दोस्ती के असल मतलब को समझ सकें और उसे अपनी ज़िंदगी में लागू भी कर सकें।